बदलते दौर की जरुरत स्मार्ट क्लासेस
शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव हो रहे है और काफी तेजी से बदलाव हो रहे है। इन बदलावों में आधुनिकता भी है और बच्चों को तेज गति से आगे ले जाने की इच्छाशक्ति भी है। आज के शिक्षण पद्धति में स्मार्ट क्लासेस की जरुरत है। अब तक स्मार्ट क्लासेस केवल बड़े स्कूलों में ही थी परंतु पायोनियर समूह ने यह प्रयास किया है कि मध्यप्रदेश बोर्ड के विद्यार्थियों को भी यह सुविधा मिले। इन स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से बच्चे न केवल बेहतर समझ विकसित कर पाएंगे बल्कि वे अद्यतन भी रहेंगे।
स्मार्ट क्लासेस
मध्यप्रदेश बोर्ड के विद्यार्थियों को अगर स्मार्ट क्लासेस का साथ मिले तब वे अपने करियर को अलग तरह से मोड़ दे पाएंगे वे केवल पढ़ने की बात नहीं करेंगे बल्कि उद्यमशीलता की बात करेंगे और किसी भी अन्य बोर्ड के विद्यार्थियों से अपने आप को कम नहीं आंकेंगे। पायोनियर पब्लिक स्कूल में स्मार्ट क्लासेस बच्चों को 360 डिग्री की जानकारियां और पढ़ाई के साथ अन्य विषयों के बारे में बताएंगे। स्मार्ट क्लासेस में जो बातें बच्चों को बताई जाएंगी वह आज के युग की होगी और भविष्य की ओर उसकी नजरें होंगी। स्मार्ट का मतलब केवल आधुनिक नहीं बल्कि हम अपनी संस्कृति और संस्कारों को साथ में लेकर बच्चों को असल स्मार्ट बनाने का प्रयास करेंगे।
ऑडियो विजुवल माध्यम
पायोनियर पब्लिक स्कूल में ऑडियो विजुवल (दृश्य-श्रव्य) के माध्यम से भी अभ्यास करवाएंगे। कई बार बच्चों को गीत संगीत के माध्यम से जो बातें समझ में आती है वह सीधे रुप से नहीं आती। पायोनियर पब्लिक स्कूल में हमारा प्रयास रहेगा कि बच्चों के संपूर्ण विकास में कोई कमी न रह जाए। बच्चों को जरुरत के अनुरुप ऑडियो विजुवल माध्यमों का भी प्रयोग किया जाएगा। संस्थान के पास आधुनिक उपकरण है और इन उपकरणो के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा।
प्रशिक्षित शिक्षक
किसी भी शिक्षण संस्थान की रीढ वहां के शिक्षक होते है। शिक्षक को आदर्श मानकर ही बच्चे अपने व्यवहार और अभ्यास में परिवर्तन करते हैं | शिक्षक ही होते है जो प्रत्येक बच्चे स्वभाव और व्यक्तित्व को देखकर उसे पढ़ाने का प्रयत्न करते है और लगातार यह प्रक्रिया करते रहते है ताकि बच्चों को सही मार्गदर्शन मिलता रहे। पायोनियर पब्लिक स्कूल के प्रशिक्षित शिक्षक विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान देने में विश्वास नहीं रखते बल्कि वे सर्वांगिण विकास की बात करते है। वे बच्चों के व्यक्तित्व को बहुआयामी व्यक्तित्व में ढालने का प्रयास करेंगे।